मुलाकात : मेयर प्रत्याशी प्रतिनिधि , यूथ कांग्रेस के प्रदेश महासचिव श्री वरुण बालियान से !
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शहर में नगर निगम के चुनाव की हलचल जोरो पर है, सभी प्रत्याशी जनसंपर्क अभियान में जोर शोर से लगे हुए हैं, इस चुनावी भागदौड़ में मेयर प्रत्याशियों को कार्यकर्ताओ ने इस कदर घेरा हुआ है कि आम जनता के सवाल प्रत्याशी तक पहुच नहीं पा रहे हैं, तो आज इस साक्षात्कार के माध्यम से जनता के सवालों और शंकाओं को लेकर सत्यलोक पंहुचा है कांग्रेस पार्टी के टिकट से मेयर पद की प्रत्याशी श्रीमती अमरेश देवी बालियान के मुख्य कार्यालय पर I मेयर प्रत्याशी के चुनाव प्रचार से लौट कर आने के लम्बे इंतज़ार के बाद उनके सुपुत्र एवं मुख्य चुनाव प्रचारक, युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचीव श्री वरुण बालियान मेयर प्रत्याशी के प्रतिनिधि के रूप में हमारे सवालो का सामना करने के लिए उपस्थित हुए I प्रस्तुत हैं इस मुलाकात के कुछ अंश…..
प्रश्न: नमस्कार ! आपके व्यस्त प्रचार कार्यक्रम से हमें समय देने के लिए धन्यवाद I वरुण जी हम जानना चाहते हैं की आप किन मुद्दों को लेकर चुनाव में उतरे हैं ?
उत्तर: देखिये हम इस चुनाव में मुख्य रूप से 3 मुद्दे लेकर उतरे थे –
हमारा पहला मुद्दा था कॉरिडोर योजना I इस योजना को लेकर हमारे हरिद्वार का व्यापारी शंकित है भयभीत है कि कल के दिन इस योजना के आने के बाद उनकी दुकाने, उनके होटल, उनके मकान, उनका व्यापार और तीर्थ पुरोहितो की गद्दियाँ, इन सब पर खतरा मंडरा रहा है I हम किसी भी रूप में अपने हरिद्वार के व्यापारी, तीर्थ पुरोहित या छोटे दुकानदार, इनको बर्बाद नहीं होने देंगे, ऐसी योजना को किसी भी प्रकार से, हर संभव तरीके से रोकेंगे I
दूसरा हमारा मुद्दा था स्मैक I स्मैक जो लगातार पिछले 5-6 सालो में हरिद्वार में बहुत तेज़ी से फैल गई है, आज कोई गली, कोई मोहल्ला, कोई कॉलोनी ऐसी नहीं रही जहां स्मैक ने दस्तक ना दी हो I आज यहाँ के नौजवान जो हैं, उनका भविष्य तो गर्त में गया ही, बहुत सारे नौजवानों की जाने इस स्मैक के कारण चली गई I हमारा विज़न साफ़ है कि यदि हमें जनता का सहयोग मिलता है, समर्थन मिलता है और हमारे हाथ में संसाधन आते हैं तो हम पूरी ताकत से, पुलिस से सामंजस्य बिठा के ऐसे लोगो को चिन्हित करेंगे जो लोग स्मैक का कारोबार कर रहे हैं और पूर्ण तरीके से हरिद्वार में इसे रोकने का काम करेंगे I
तीसरा हमारा मुद्दा था शहर में बढ़ता हुआ संगठित अपराध I लगातार पिछले कुछ समय से, चाहे वह शहर में होने वाली लूट की वारदाते हो, चाहे चैन झपटने की वारदाते हो, या महिलाओ से छेड़छाड़ के मामले हों, चाहे चोरी हो, चाहे डकैती हो जैसे 90 के दशक में अपराध होता था पुन: वैसे ही अपराध लौट कर आया है I हम इन मामलो से पूरी सख्ती के साथ पुलिस प्रशासन के सहयोग से निपटेंगे, आस पास के क्षेत्रो को CCTV कैमरों से युक्त करेंगे ताकि अपराध पर कही ना कही रोकथाम लगे
अब एक नया मुद्दा जो आ गया वो ये कि हरिद्वार मेडिकल कॉलेज को PPP मोड़ पर एक संस्था को दे दिया गया, अचार संहिता के चलते दे दिया गया I हरिद्वार के लोगो को एक बहुत बड़ी राहत इस मेडिकल कॉलेज से मिलने वाली थी, ना केवल छात्र-छात्राओं को सस्ती मेडिकल की पढ़ाई के रूप में, साथ ही जो यहाँ का साधारण नागरिक है, जो महँगा इलाज़ ले नहीं सकता ओर सस्ता इलाज़ लेने के लिए उसको बहुत दूर जाना पड़ता है और धक्के खाने पड़ते हैं, उसको सस्ता इलाज़ मिलता, बेहतर इलाज़ मिलता I
ये हमारे मुख्य मुद्दे हैं जिन्हें लेकर हम चुनाव में जा रहे हैं I
प्रश्न: यदि जनता अमरेश देवी जी को अपना मेयर चुन लेती है तो हरिद्वार जैसी विश्वप्रसिद्ध धर्मनगरी के विकास के लिए उनके पास क्या दृष्टिकोण है ? अमरेश देवी जी शहर की मेयर के रूप में किस दिशा में काम करना चाहती है ?
उत्तर: जिन मुद्दों को लेकर हम चुनाव में आए हैं इनके निराकरण के बाद बड़ी चुनौती होगी कि इस शहर की सफाई व्यवस्था, ट्रैफिक व्यवस्था, बिजली और पानी ये सब सुव्यवस्थित हों I जल भराव का भी एक बड़ा मुद्दा है, ये सब सुव्यवस्थित हो I हम प्रयास करेंगे की जो संसाधन हमारे पास उपलब्ध हैं उनके उत्तम प्रयोग से, सरकार के सहयोग से, जो नई तकनीक आज विकसित हो चुकी है, इन सब चीजों का सामंजस्य बिठा कर के, किस तरह से शहर की समस्याओं का निराकरण किया जाए I कूड़े की बड़ी समस्या है इसका डंपिंग जोन सही जगह पर नहीं है और डंपिंग ज़ोन तक कूड़े को जाने में समय लगता है I इन सब चीजों को लेके एक रोड मैप तैयार किया जाएगा, अधिकारियों के संग बैठ कर किया जाएगा, शहर के जो समाजसेवी संगठन हैं उनके साथ बैठ कर किया जाएगा, सबके सुझाव लेकर हम हरिद्वार के विकास की राह पर चलेंगे I
प्रश्न: अभी आपने नशे का जिक्र किया, हम नशे के सवाल की और वापस आते है क्युकी ये बहुत महत्वपूर्ण भी है I प्रश्न ये है कि शहर में युवा लगातार नशे की गिरफ्त में जा रहे हैं, आए दिन पुलिस प्रशासन नशे के तस्करों पर कार्यवाही कर रहा है, परन्तु फिर भी नशे की जड़ें हरिद्वार जैसी धर्मनगरी में जमती ही जा रही हैं I इसके पीछे क्या कारण है ? क्या आपको लगता है की नशे के कारोबार को संरक्षण मिल रहा है ?
उत्तर: देखिये निश्चित तौर पर किसी भी क्षेत्र में, मै केवल हरिद्वार की ही बात नहीं कर रहा हूँ, यदि किसी भी क्षेत्र में कोई भी आपराधिक घटनाएँ हो रही हैं, लगातार हो रही हैं, तो निश्चित तौर पर उसमे प्रशासन का सहयोग होता है, अगर प्रशासन सख्ती से काम करे, इमानदारी से काम करे तो लगातार आपराधिक घटनाएँ नहीं हो सकती, लगातार गलत काम नहीं हो सकते, लगातार अवैध शराब नहीं बिक सकती, लगातार दूसरा नशा नहीं बिक सकता, लगातार जुआ नहीं चल सकता I कुछ अपराधिक घटनाएँ ऐसी होती हैं जो आकस्मिक होती हैं, लूट की घटना, चोरी की घटना, हत्या की घटना ये हो जाती हैं लेकिन लगातार जो चलने वाला काम है, जो लगातार सालो से स्मैक का धंधा चल रहा है, निश्चित रूप से प्रशासन इन लोगो से मिला हुआ है और मिला हुआ इसीलिए है क्युकी प्रशासन पर भी दबाव है I प्रशासन पर दबाव है शहर के उन बड़े नेताओ का जिनका संरक्षण इन नशे के सौदागरों को प्राप्त है, ये लोग अपने राजनीतिक लाभ के लिए ऐसे लोगो को संरक्षण दे रहे हैं, चाहे ये उनसे आर्थिक लाभ लेते हो या मैन पॉवर का या अन्य लाभ लेते हो I हम ईमानदारी से और बिना भेदभाव के प्रशासन के हाथ खोलेंगे और प्रशासन को आश्वस्त करेंगे कि हम आपके साथ खड़े हैं और जो भी लोग अपना राजनीतिक संरक्षण देकर ऐसे लोगो को प्रेरित कर रहे हैं, खुली छूट दे रहे हैं, उन लोगो पर कार्यवाही की जाए I
प्रश्न: पिछले 10 सालो में हरिद्वार से मात्र 20 km दूर स्थित ऋषिकेश ने पर्यटन के दृष्टिकोण से सर्वागीण विकास किया है, शहर में टूरिज्म से जुड़े व्यापारियों जैसे ट्रेवल्स एजेंसी संचालक, होटल्स संचालक, यात्री प्रमुख बाज़ार के व्यापारियों सहित एक बड़ा वर्ग हरिद्वार से ऋषिकेश की ओर व्यापार के अवसरों को शिफ्ट होते हुए चुपचाप देख रहा है, क्या कारण है की हरिद्वार पर्यटकों को आकर्षित करने में लगातार पिछड़ता जा रहा है ? इसके पीछे क्या कारण है ? आप इस समस्या से किस प्रकार निपटेंगे ?
उत्तर: देखिये जब लोग लापरवाह हो जाते हैं अपने अधिकारों के प्रति, अपनी जो ज़रूरतें हैं उनके प्रति, और किसी भी व्यक्ति के सामने घुटने टेक देते हैं तो ऐसी परेशानियाँ सामने आती हैं I राजनीतिक तौर पर हरिद्वार के लोगों ने, ऐसे लोगों को, ऐसी पार्टी को सत्ता में रखा, लगातार रखा और अब वो पार्टी और उनके नेता, यहां के जो मतदाता है उसको केवल वोटर मात्रा मान रही है I उनको यह चिंता नहीं कि हम उनके लाभ के लिए कुछ करें या ना करें उनको शायद लगता है कि अब यहां के लोगों की मजबूरी है कि वह भारतीय जनता पार्टी से जुड़े रहें I लगातार अनदेखी के बाद भी, लगातार यहां के लोग असुविधा में रहे, लगातार यहां से व्यापार हाथों से जाता रहा, इन सारी समस्याओं के बाद भी भारतीय जनता पार्टी मैंडेट हासिल करती रही, तो शायद इसलिए यहां के राजनीतिक दल, भारतीय जनता पार्टी या यहाँ के जो नेता हैं चाहे इसमें स्थानीय विधायक हो या सांसद हो, वो इस ओर ध्यान नहीं देते कि यहाँ के लोगो का विकास होना चाहिए, वो अपने विकास की ओर ज्यादा ध्यान देते हैं, लेकिन जब जनता इनको सबक सिखा देगी तो निश्चित तौर पर सरकारे भी सोचने को मजबूर होंगी I
प्रश्न: हरिद्वार में स्थानीय व्यापारियों के लिए सम्बंधित क्षेत्रो में पार्किंग की व्यवस्था ना होना एक बड़ी समस्या है I मुख्य रूप से मध्य हरिद्वार, ज्वालापुर, कनखल के मुख्य बाजारों में ! आप इस समस्या को कितनी गंभीरता से देखते हैं और आप इस समस्या के लिए क्या समाधान सोचते हैं ?
उत्तर: देखिये निश्चित तौर पर हरिद्वार का जो क्षेत्र है वह एक तरफ गंगा जी हैं दूसरी तरफ उत्तरी हरिद्वार में पहाड़ का क्षेत्र लगता है और संकरा बसा हुआ हमारा शहर है, तो निश्चित तौर पर यह समस्याएं हैं कि पुराने बाजार हैं और निश्चित तौर पर पार्किंग की यह समस्या बनी है I लेकिन अगर हम इस और ध्यान देते हैं जहां सरकारी जमीने पड़ी हैं, जिनका गलत इस्तेमाल हो रहा है, लोगों ने कब्जे किए हुए हैं, ऐसी जगहों को खाली कराया जाए, मल्टी स्टोरी पार्किग बनाई जाए, सिटी बस इसका हम इस्तेमाल कर सकते हैं, और ठीक से रोड मैप तैयार करें, बैटरी रिक्शाओं को लेकर, ऑटो को लेकर, तो कही ना कही पार्किंग की समस्या से निदान हमको मिल सकता है I
प्रश्न: एक बड़ा ही गंभीर और संवेदनशील मुद्दा शहर के सार्वजिक स्थानों जैसे बस अड्डा, रेलवे स्टेशन, BHEL व् शिवालिक नगर की सड़को पर दिन ढलने के बाद खुल्ले आम हो रही वेश्यावृत्ति है, हरिद्वार जैसी वैदिक नगरी, जहां देश-विदेश के कोने-कोने से श्रद्धालु अपने पाप धोने के लिए आते हो, वहाँ की मर्यादा की रक्षा करने में शहरवासी क्यों नाकाम रहे हैं ? शहर कि महिलाओ, बहन, बेटियों की गरिमा के दृष्टिकोण से आप इस मुद्दे को किस तरह देखते हैं ? आप इस समस्या से किस प्रकार निपटेंगे ?
उत्तर: देखिये निश्चित तौर पर धर्म नगरी ही नहीं, वेश्यावृत्ति जैसा कोई भी काम, कहीं भी होता हो तो उसको समाज के लिए सही नहीं ठहराया जा सकता और जो की हरिद्वार एक बड़ा पौराणिक स्थल है, धार्मिक स्थल है, दूर-दूर से लोग आस्था मन में लेकर यहाँ आते हैं लेकिन जैसा बार-बार लोगों के द्वारा पता चलता है कि हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर और बस अड्डे के आस-पास ऐसे पर ऐसे गलत काम हो रहे हैं, तो निश्चित तौर पर हरिद्वार की छवि भी धूमिल होती है और समाज में इसका गलत असर भी जाता है I लेकिन जब आम लोगों में इतनी जोर-जोर से यह मुद्दा लगातार उठाया जाता रहा उसके बाद भी कभी इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो निश्चित तौर पर जो यहां का प्रशासन है और जो यहां के नेता है, यह सब इनकी सांठ-गाँठ से हो रहा है I यदि हमें जनता चुनती है तो हम कभी नहीं चाहेंगे कि हरिद्वार में जो कि एक धार्मिक स्थल है, जो कि हमारा पौराणिक स्थल है इसमें ऐसा कोई गलत काम हो और हम सख्ती से इस समस्या से निपटेंगे और जो नेता ऐसे कामों को संरक्षण दे रहे हैं, हम उनका भी नाम लोगों के सामने उजागर करने का काम करेंगे I
प्रश्न: हरिद्वार में हर 6 साल बाद अर्धकुम्भ व महाकुम्भ के नाम पर, प्रतिवर्ष लगने वाले मेलो के नाम पर, केंद्र व् राज्य सरकार द्वारा एक बड़ी धनराशी नियमित अंतराल पर हरिद्वार को आवंटित करी जाती है, अब संसाधनों की बंदरबांट कुछ इस तरह की जाती है कि धरातल पर, स्थाई काम कम और अस्थाई काम अधिक करवाए जाते हैं I चाहे सरकारे किसी भी दल की हो, और ये जनता के पैसो की फ़िज़ूलखर्ची इसी तरह साल दर साल चलती रहती है I आपके पास इस धनराशी के बेहतर प्रयोग के लिए कोई योजना है ?
उत्तर: देखिये इसमें बहुत ज्यादा हिसाब किताब की जरूरत नहीं है, इसमें मात्र यदि प्रशासक यह तय कर ले, जनप्रतिनिधि यह तय कर ले कि भ्रष्टाचार नहीं होगा, जो काम होगा हमारा ईमानदारी से होगा तो निश्चित तौर पर जितना बजट हरिद्वार के लिए आता है, हरिद्वार चमक जाएगा, हरिद्वार के लोग सुविधाओं से युक्त हो जाएंगे I लेकिन बार-बार केवल कुछ अधिकारी, कुछ नेता अपना पेट भरने के लिए, जिस पैसे से हरिद्वार का विकास होना चाहिए, उस पैसे से यहां के नेताओं का और अधिकारियों का विकास हुआ I तो जिस दिन यह भ्रष्टाचारी लोग अलग हो जाएंगे और ईमानदारी से कार्य होगा तो स्थाई कार्य होंगे, हरिद्वार के लोगों की भलाई के कार्य होंगे, जो हरिद्वार के लोगों के लिए, आने वाली पीढियों के लिए लंबे समय तक काम आएंगे I
प्रश्न: एक बेहद महत्वपूर्ण सवाल कि ओर बढ़ते हैं ! हरिद्वार के एक बड़े वर्ग के लिए कॉरिडोर की घोषणा, लगातार एक चिंता का विषय बनी हुई है I सरकार में शामिल नेताओ द्वारा समय-समय पर कॉरिडोर के प्रभाव क्षेत्र, योजना की आवश्यकता, योजना के लागू होने के तरीको इत्यादि पर दिए गए विरोधाभासी बयानों ने मामला और उलझा दिया है I योजना से प्रतिकूल रूप से प्रभावित होने वाले पक्षकारो जैसे व्यापारियों, संपत्ति मालिको इत्यादि को विशवास में नहीं लिया गया है, मुआवज़े की नीति, स्थानीय निवासियों के पुनर्वास की नीति , स्थानीय व्यापारियों की दुकानों के बदले नए दुकानों के आवंटन की नीति जैसे महत्वपूर्ण सवालों पर कोई चर्चा ही नहीं है I आप कॉरिडोर के मुद्दे पर, अपने शहरवासियों कि इस वैचारिक शून्यता, विपक्ष के जनप्रतिनिधियों की दिशाहीनता एवं सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधियों की निरंकुश प्रवत्ति को किस प्रकार देखते है ?
उत्तर: देखिये, ऐसा नहीं है कि जो आम जनता है, समझ नहीं रही कि ये योजना हरिद्वार के लोगों के भविष्य के लिए कितनी खतरनाक है, लेकिन अभी लोग भयभीत है और लोग आशंकित हैं, हमें यकीन है कि ये इनका भय, ये इनकी आशंका इस चुनाव में जो सत्तारूढ़ दल है, भारतीय जनता पार्टी जिसकी यह योजना है, उसको वो जवाब देगी और उस जवाब के बाद यह तय होगा कि यह कितना सच है कि हरिद्वार की जनता में चेतना नहीं है उसके अधिकारों को लेकर, अपने भविष्य को लेकर I इस चुनाव में कॉरिडोर के मुद्दे पर सत्ता के खिलाफ मत देकर जनता ही बताएगी कि हरिद्वार के लोग अपने भविष्य को लेकर चिंतित भी है और गंभीर भी हैं I
प्रश्न: शहर की सडको पर आए दिन लगने वाले जाम के सम्बन्ध में, व्यवस्थाए तो बार-बार बनती हैं पर उनका धरातल पर पालन नहीं हो पाता है, चाहे बैटरी रिक्शा व् ऑटो के लिए रूट प्लान लागू करना हो, सार्वजानिक वाहनों की संख्या को लाइसेंस द्वारा नियमित करना हो या मुख्य सडको पर अतिक्रमण से निपटना हो I शहर में, विशेष रूप से मध्य हरिद्वार में बिना सलीके के दौड़ते सार्वजनिक वाहनों का आतंक है, लोगो की माने तो प्रतिबंधित जीरो जोन क्षेत्र में बैटरी रिक्शा व् ऑटो की एंट्री करने का रोज़ का रेट फिक्स है, सार्वजानिक शौचालयों पर कब्जे हो चुके हैं, प्रतिबंधित क्षेत्र में शराब बिक रही है, मुख्य सडको से इतर गली-मोहल्लो में सफाई व्यवस्था अपनी अंतिम सांसे गिन रही है, आम आदमी परेशान है और इन परेशानियों को अपने जीवन के एक हिस्से के रूप में स्वीकार भी कर चुका है I क्या अमरेश देवी जी का मेयर चुना जाना धरातल पर कोई बदलाव लाएगा ?
उत्तर: देखिये हमारा प्रयास रहेगा बदलाव आए, लेकिन जो बात अपने कही कि सार्वजनिक वाहन किस तरह से दौड़ रहे हैं, अतिक्रमण को लेकर, बैटरी रिक्शा को लेकर, ऑटो को लेकर, वे सभी हमारे हरिद्वार के सम्मानित नागरिक हैं, हरिद्वार की जनता का हिस्सा है I लेकिन हां ! सुव्यवस्थित करने के लिए किसी भी चीजों को हमें थोड़ा सख्ती का पालन करना होता है, लेकिन यदि हमारा प्रयास ऐसा रहे कि जो लोग प्रभावित होने वाले हैं किसी भी कारण से, किसी भी हमारी योजना से, या नीति से, तो हमें सबसे पहले उनका विश्वास में लेना चाहिए हमें उनको उस योजना का भाग बनाना चाहिए, पार्ट बनाना चाहिए I जिस दिन हम ये रूट प्लान तैयार करते हैं बैटरी रिक्शा को लेकर, ऑटो को लेकर तो उनकी यूनियन के पदाधिकारी को बुलाकर बात करनी चाहिए, तो अतिक्रमण चाहे वह दुकान के बाहर हो या दूसरे कोई ऐसा अतिक्रमण हो, दुकानों के बाहर बैठे हुए लघु व्यापारी हो, ठेली वाले व्यापारी हो या दूसरे अन्य जो भी, हम उनको बुलाकर बात कर सकते हैं क्या दूसरा वेंडिंग जोन दे सकते हैं ! दूसरी सब चीज हैं लेकिन यह बात तय है कि जब हम ऐसे लोगों को जो किसी योजना से प्रभावित हो रहे हैं तो हम यदि उनको बैठकर बात करें तो बेहतर हल निकल सकता है I
प्रश्न: हरिद्वार नगर निगम (पूर्व में नगर पालिका) एक समय में संसाधनों से परिपूर्ण था, धर्म क्षेत्र होने के कारण तमाम दान दाताओं द्वारा दान की गई संपत्तियों के प्रबंधन से ही पर्याप्त कोष प्राप्त किये जाते थे I वर्तमान स्थिति ये हो गई है कि निगम कर्मचारियों को समय पर वेतन देने में ही परेशानी हो जाती है I निगम की संपत्तियों को लीज़ की अवधि समाप्त होने के बाद भी प्रभावशाली लोगो के कब्जे से खाली नहीं करवाया जा रहा है I क्या कारण है की निगम इस दुर्दशा को प्राप्त हुआ है ? आप मौका मिलने पर निगम की संपत्तियों का प्रबंधन किस प्रकार करेंगे ?

उत्तर: पहले तो हमारा कहना यह है की सरकारों ने जो निकायों के अधिकार है, उन पर अतिक्रमण करने का काम किया, और जो छोटी सरकार जिसको हम कहते हैं उसकी शक्तियां छीनने का काम किया I हम प्रयास तो सबसे पहले करेंगे कि किसी भी तरह सरकार से निवेदन करना हो या फिर हमको कानून का सहारा लेना हो, जो शक्तियां निकायों से छीनी गई है, छोटी सरकार से छीनी गई हैं, उन्हें पुन: उनको दिया जाए I और संसाधनों के साथ यदि फ्रीहैण्ड होकर काम करना मेयर को मिलेगा तो नगर निगम का मेयर भी पूर्व के नगर पालिका से समय कि भांति अच्छे से कम कर पाएगा I
प्रश्न: अभी हाल ही में आपने जिक्र भी किया था कि हरिद्वार में जो राजकीय मेडिकल कॉलेज बनाया गया था उसे PPP मोड पर एक संस्था को दे दिया गया है I बाजार में ऐसी चर्चाएँ भी है कि एक स्थानीय प्रभावशाली नेता द्वारा अपने व्यक्तिगत हितों को ध्यान में रखते हुए ही यह सारा कार्यक्रम किया गया I ऐसा भी सुना जा रहा है कि उक्त कॉलेज के पार्किंग के ठेके, कैंटीन के ठेके इत्यादि उन माननीय के ही खास लोगों को अलॉट किए गए हैं I आपका इस संभावित भ्रष्टाचार पर क्या विचार है ? और यदि आप मेयर बनते हैं तो क्या इसकी जांच आप करवाएंगे ?
उत्तर: देखिये संभावित भ्रष्टाचार नहीं यह पूर्णतया भ्रष्टाचार है I और भारतीय जनता पार्टी के नेता इस मामले में माहिर हैं I जो मेडिकल कॉलेज आम जनता के लिए था, सार्वजनिक रूप से आम जनता के लिए उसके दरवाजे खुले थे, आज उस पर बैरिकेटिंग लगा दिया गया है एक प्राइवेट कंपनी के द्वारा, और वह बैरिकेटिंग किस तरह से लोगों के लिए असुविधा बनेगा, लोगो के लिए जो सुविधा थी, किस तरह से उसको छीनने का काम करेगा, मात्र कुछ लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए I इस मामले पर हमारा रुख साफ़ है जो कि हमने अपने मैनिफेस्टो में भी रखा है, हम किसी भी कीमत पर सार्वजनिक मेडिकल कॉलेज को किसी प्राइवेट कंपनियों के हाथ गिरवी नहीं रखने देंगे I हम पूरा प्रयास करेंगे की ये जो समझौता PPP मोड पर हुआ है, ये निरस्त हो और यह जो अस्पताल है पुनः सार्वजनिक किया जाए I
प्रश्न: अंतिम सवाल युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव श्री वरुण बालियान से आपकी पार्टी के विषय में है I भाजपा का संगठन धरातल पर कांग्रेस की तुलना में अधिक मजबूत दिखाई देता है, चाहे बूथ मैनेजमेंट हो, कार्यकर्ताओ की संख्या हो, प्रचार सामग्री का प्रयोग हो या पदाधिकारियों की संख्या हो I आप किस प्रकार मुकाबला कर रहे हैं इस चुनाव में भाजपा का ? क्या आप अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं ?
उत्तर: देखिये जो बात बूथ मैनेजमेंट की आई या होर्डिंग्स-फ्लेक्स की आई, प्रचार की आई, मै आपको बताना चाहता हूँ कि भारतीय जनता पार्टी संगठन में मजबूत नहीं है, भारतीय जनता पार्टी धनबल में मजबूत है I और वो धनबल जो अवैध कारोबार से, एक साम्राज्य यहां के एक नेता ने खड़ा किया है, शराब माफिया, स्मैक माफिया, जुआरी-जरैम में लिप्त लोग, यह उस धनबल की ताकत उनके पीछे है I परन्तु ये चुनाव आज धनबल का चुनाव नहीं रहा है बल्कि आम जनता का चुनाव बन गया है, आज आम जनता ने धनबल को नकार दिया है, और हमें पूरी उम्मीद है कि जब आज एक साधारण परिवार और एक ऐसे बड़े घराने के बीच चुनाव लड़ा जा रहा है जिसने 22 साल से जो राजनीतिक अपनी राजनीतिक पकड़ इस हरिद्वार में बनाई है, अब इसे पकड़ कहें या जकड कहें, जकड इस हरिद्वार में बने हुई है, अब हरिद्वार की जनता उस जकड से मुक्ति चाहती है I और ये चुनाव उस मुक्ति के लिए है और निश्चित तौर पर जब आम जनता मुक्ति चाहेगी तो मुझे उम्मीद है कि इस बार जो उनका आशीर्वाद एवं समर्थन है वो हमें मिलेगा I
और साथ-साथ जो आरोप लगातार भारतीय जनता पार्टी लगाती रही कि कांग्रेस के कार्यकर्ता एक नहीं हैं, कांग्रेस के नेता एक नहीं हैं, कांग्रेस में संगठन नहीं है, तो मेरी अपील हमारे कांग्रेस के नेताओं से भी है और कार्यकर्ताओं से भी है कि, जवाब देने का समय है हम एकजुट होकर हरिद्वार के हित के लिए भी पार्टी के हित के लिए भी, एक होकर लड़ेंगे मुट्ठी बंद होकर लड़ेंगे और ऐसे लोगों को जिन्होंने बार-बार कांग्रेस को टूटी फूटी कांग्रेस बताने का काम किया, बिखरी हुई कांग्रेस बताने का काम किया हम अपनी एकता से उनका जवाब देने का काम करें I
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