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हरिद्वार में “GST बचत उत्सव” : जब मुख्यमंत्री धामी की सुरक्षा में आम जनता की परेशानी का उत्सव मनाया गया

हरिद्वार में “GST बचत उत्सव” : जब मुख्यमंत्री धामी की सुरक्षा में आम जनता की परेशानी का उत्सव मनाया गया

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Untitled-design हरिद्वार में "GST बचत उत्सव" : जब मुख्यमंत्री धामी की सुरक्षा में आम जनता की परेशानी का उत्सव मनाया गया
मोदी सरकार द्वारा GST बचत उत्सव की घोषणा की गई है

VIP मूवमेंट बनाम आम जनता की मजबूरी

27 सितम्बर 2025 को हरिद्वार में एक अनोखा दृश्य देखने को मिला I जहां एक ओर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और भाजपा के अन्य नेता हर की पौड़ी के आसपास के व्यापारियों से “जनसंपर्क अभियान” चलाकर मोदी सरकार द्वारा घटाई गई GST दरों के फायदों की गिनती कर रहे थे, वही दूसरी ओर उसी समय शहरवासियों को “VIP कल्चर” का असली स्वाद मिल रहा था I

भाजपा का “GST बचत उत्सव”

भाजपा 22-29 सितम्बर 2025 तक देशभर में “GST बचत उत्सव” अभियान चला रही है , जिसमें स्थानीय नेताओ को अपने क्षेत्र के बाजारों में पदयात्रा करके व्यापारियों और आम जनता को GST सुधार के फायदों के बारे में बताना है I इस अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों को यह बताना कि कैसे GST की दरें 4-tier से 2-tier (5% और 18%) में बदली गई हैं और इससे आम जनता को कितना फायदा होगा I

प्रधानमंत्री मोदी ने 21 सितम्बर को राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा था कि “22 सितम्बर सूर्योदय के साथ नेक्स्ट जेनरेशन GST सुधार लागू हो जाएंगे और एक तरह से कल से देश में GST बचत उत्सव शुरू होने जा रहा है” I उन्होंने यह भी कहा था कि इस सुधार से गरीब, मध्यमवर्गीय, युवा, किसान, महिलाएं, दुकानदार, व्यापारी और उद्यमी सभी को फायदा होगा I

हरिद्वार की सड़कों पर “GST बचत उत्सव” की वास्तविकता

लेकिन हरिद्वार की सडको पर 27 सितम्बर को जो दृश्य दिखा, वह भाजपा के “बचत उत्सव” के प्रचार से कहीं अलग था I मुख्यमंत्री की सुरक्षा के नाम पर पुलिस ने मुख्य सड़कों पर वाहनों की आवाजाही रोक दी, जिससे हाईवे पर जगह-जगह लंबे जाम लग गए I VIP मूवमेंट के कारण लोग कड़ी धूप में फंस गए, और तो और मासूम बच्चों की स्कूल बसों को भी शहर में प्रवेश नहीं देकर हाईवे पर धकेल दिया गया.

पुलिस की नाकाबंदी के कारण ऑटो रिक्शा और टेम्पो भी अचानक सड़कों से गायब हो गए, जिससे यात्रा बहुल क्षेत्र में यात्री धूप में पसीने-पसीने होकर अपनी मंजिल की ओर चलने को विवश दिखे I पोस्ट ऑफिस,  वाल्मीकि चौक, चंडी चौक, भीम गोड़ा बैरियर पर स्थानीय निवासी पुलिस से अपने घर जाने के लिए कभी निवेदन और कभी बहस करते दिखाई दिए I

खुद ही लगाई, खुद ही घटाई” की राजनीति

सबसे विडंबनापूर्ण बात यह थी कि भाजपा द्वारा खुद ही लगाई गई उच्च GST दरों को अब खुद ही कम करने को लेकर अपनी पीठ थपथपाने की नीति के कारण शहर में सुगबुगाहट का माहौल बना रहा I मध्य हरिद्वार में कांग्रेस कार्यकर्ताओ व् नेताओ द्वारा मुख्यमंत्री के विरोध में नारेबाजी करते हुए हर की पौड़ी की और बढ़ने की कोशिश करने के चलते अपनी गिरफ़्तारी दी गई I कांग्रेस कार्यकर्ताओ के अनुसार यह “GST बचत उत्सव” वैसा ही है जैसे कोई व्यक्ति पहले किसी की जेब काटे, फिर उसमें से कुछ हिस्सा वापस करके अपनी उदारता का ढिंढोरा पीटे I

गौरतलब है कि GST परिषद के 56वें सत्र में जो सुधार किए गए, उनमें कई वस्तुओं पर GST दरें घटाई गईं हैं – जैसे साबुन, शैम्पू, टूथपेस्ट जैसी दैनिक उपयोग की चीजों पर 18% से 5% GST, छोटी कारों और मोटरसाइकिलों पर 28% से 18% GST, और कई खाद्य पदार्थों को निल या 5% दर में डाला गया हैI लेकिन सवाल यह है कि जब 2017 में GST लागू की गई थी, तो इतनी ऊंची दरें क्यों रखी गई थीं ?

सड़के बंद होने व् लम्बे जाम के चलते जनता जनार्दन भड़की हुई मिली, राजनीतिक कार्यक्रमों के लिए VIP मूवमेंट के चलते शहर की व्यवस्था बिगड़ने से नाराज़ कुछ बाशिंदों की आवाज़ –

VIP-Movment-2-1024x683 हरिद्वार में "GST बचत उत्सव" : जब मुख्यमंत्री धामी की सुरक्षा में आम जनता की परेशानी का उत्सव मनाया गया

“आज अचानक मुझे अपनी बेटी को डॉक्टर के पास ले जाना पड़ा, परन्तु CM की आवाजाही के चलते पूरा हाइवे बंद किया हुआ था I फिर जब रास्ते खुले तो रानीपुर मोड और सिंह द्वार के बीच लम्बा जाम लग गया जिसे खुलवाने के लिए कोई भी पुलिसकर्मी उपलब्ध नहीं था शायद पूरी फ़ोर्स सीएम साहब की ड्यूटी में लगी हुई थी, जिसकी वजह से मुझे और मेरी बिटिया को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा । मैं पूरे हरिद्वार की जनता की तरफ से माननीय मुख्यमंत्री जी से पूछना चाहता हूँ कि, क्या प्रदेश के मुख्य सेवक के आने पर आम जनता को सड़क पर निकलना मना है ? ”
राहुल (बैंक अधिकारी)

मुख्यमंत्री जी को स्वयं ही ऐसे कार्यक्रमों को रद्द कर देना चाहिए जिससे जनता को परेशानी हो या फिर ऐसा रूट प्लान बनाया जाए जिससे आम लोगों का आवागमन बाधित न हो।
आचार्य नरेश शर्मा (प्रदेश महामंत्री, सर्व ब्राह्मण महासभा उत्तराखंड)

मेरा निवास सीतापुर ज्वालापुर है और मेरा 5 साल का बच्चा स्वामी हरिहरानंद कनखल में पढ़ता है जिसकी छुट्टी 12:15 पर हो जाती है दैनिक समय 11:50 के अनुसार मेरा भाई बच्चे को लेने के लिए घर से निकला और मुझे फ़ोन करके बताया की आप लेने चले जाइए में जाम में सिंहद्वार फ्लाइओवर पर फस गया हूँ,  मैं 12:30 पर अपने  रानीपुर मोड़ स्थित ऑफिस से आनन् फानन में निकला परन्तु मैं भी शंकराचार्य चौक पर मुख्यमंत्री के काफिले के कारण रोके गए ट्रैफिक में फस गया,  मैं और मेरा भाई और मेरा बच्चा तीनों ही कड़ी धुप में परेशान हो गए I जब कुछ देर बाद आवाजाही चालू करी गई और मेरा भाई स्कूल पहुंचा तो पाया बच्चा आधे घंटे से मैडम के साथ परिवार की प्रतीक्षा में धूप में खड़ा रहा, अगर बच्चा स्कूल से निकल जाता और कुछ अप्रिय घटना घट जाती तो जिम्मेदारी कौन लेता ?  स्कूल कहता आप समय से लेने नहीं आए,  क्या मुख्यमंत्री जी को अपना रोड मैप स्कूल का समय ध्यान में रखकर नहीं करना चाहिए था ? मुझे इन गैर जिम्मेदार राजनीतिज्ञ महोदय ने निराश किया I  
अभिषेक शर्मा (अधिवक्ता)

मेरी 6 साल की बिटिया BMDAV स्कूल में पड़ती है जो रोज़ लगभग 11:50 AM पर स्कूल की बस से अपर  रोड पर उतरती है, आज समय पर बस नहीं आने पर फ़ोन करने पर पता चला की मुख्यमंत्री की सुरक्षा के चलते बच्चो की स्कूल बस को भीमगोडा से शहर में एंट्री नहीं दी गई है इसलिए बस हाईवे से होती हुई चंडी घाट से शहर में आएगी आप वाल्मीकि चौक बच्चे को रिसीव करिए, वहाँ पहुचकर पता लगा चंडी घाट से भी बस को शहर में नहीं आने दिया गया, फिर शंकराचार्य चौक से भी एंट्री बंद होने के बाद बस रानीपुर मोड़ से होती हुई फिर शहर में आई, इस बीच छोटे बच्चे तेज़ गर्मी में जाम में फंसी बस में और बच्चो के परिजन तेज़ धुप में जाम होने के चलते कभी वाल्मीकि चौक, कभी चंडी घाट, कभी शंकराचार्य चौक पहुचने की नाकाम कोशिश करते रहे I रूट प्लान के विषय में स्कूल बस स्टाफ को कोई जानकारी नहीं दी गई थी I लगभग 1:30 बजे बिटिया को शिवमूर्ति पर रिसीव करने के बाद मन में स्वाभाविक रूप से सवाल था की हमारे मुख्यमंत्री को इन मासूम बच्चो से किस प्रकार का खतरा रहा होगा जो प्रशासन इन नन्हे बच्चो की स्कूल बस को मुख्यमंत्री के पास से गुजरने देने का साहस नहीं जुटा पाया !
रचना शर्मा (गृहणी)    

मै ओल्ड इंडस्ट्रियल एरिया में एक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट चलाता हूँ, और माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी को आपके माध्यम से ये सन्देश देना चाहता हूँ कि कृपया करके ये GST की घटी हुई दरो के लाभ बताने के लिए हमारे इंडस्ट्रियल एरिया में आने की कृपा करें क्युकी इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित तमाम यूनिट्स ही घटी हुई GST दरो से बाज़ार में अपने उत्पाद पहुचाने का काम करेंगी, पर आप यहाँ नहीं आएँगे, अव्वल तो आपका भारी भरकम काफिला हमारी फैक्ट्रियो तक पहुच ही नहीं सकेगा क्युकी पिछले 1 साल से हमारे यहाँ पक्की सड़क ही नहीं है I स्थानीय विधायक, मेयर, पार्षद और यहाँ तक की पत्रकार भी इस मुद्दे से दूरी बनाएं हुए हैं, तो आप भी क्यों ही हमारी तकलीफ सुनेंगे I फिर भी यदि मुख्यमंत्री महोदय अपनी सरकार के विकास को नापने की इच्छाशक्ति लेकर हमारे यहाँ आए तो मैं हम सभी यूनिट संचालको की और से आश्वासन देना चाहता हूँ की यदि उनकी कार कच्ची सड़क में धंसने से फंस गई तो हम लोग अपने खर्चे पर क्रेन बुलवाकर उनकी कार को निकलवाकर मुख्यमंत्री जी की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करेंगे I आए दिन हमारी माल लदी गाडियों के फंसने के चलते अब हम इस पराक्रम के अभ्यस्त हो चुके हैं I इसलिए कृपा करके एक बार अवश्य पधारें I
नाम नहीं छापने का निवेदन (स्थानीय मैन्युफैक्चरिंग यूनिट संचालक)


देखिये भाई साहब ऐसा है की आज़ादी के तुरंत बाद कांग्रेस के नेहरु जी ने देश में ये अन्यायपूर्ण GST की दरें लागू करी थी, उनके बाद गांधी परिवार ने इन दरो को लागू रहने दिया, इस प्रकार से जनता का इन अन्यायपूर्ण GST की दरों द्वारा शोषण आज़ादी के बाद से ही कांग्रेस द्वारा किया जाता रहा है, अब जब 2024 में पहली बार नरेंद्र मोदी जी भारत के प्रधानमन्त्री बने तब उन्होंने आते ही जनता को इन शोषणकारी GST की दरो से मुक्त कर दिया, इसी उपलक्ष में भाजपा द्वारा GST बचत उत्सव का देशभर में आयोजन किया जा रहा है I वाह मोदी जी वाह, इस जगत में केवल आप ही हैं जो खुद के द्वारा लागू की गई व्यवस्था को, खुद ही गलत बताकर, फिर खुद ही हटाकर, खुद की पीठ थपथपा सकते हैं I जनता को GST बचत उत्सव में उलझाकर भाजपा जनता को एक बार फिर गुमराह करने का काम कर रही हैं I
हिमांशु गुप्ता (पार्षद, वार्ड न. 8, गऊँ घाट)

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