हरिद्वार में रातो-रात लगे पोस्टर बने चर्चा का विषय – नीलम हत्याकांड, किट्टी घोटाला, वीर चन्द्रसिंह गढ़वाली योजना के भ्रष्टाचार का जिन्न फिर आया बाहर !
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सर्द मौसम में हरिद्वार नगर निगम चुनाव में गर्मी बढती हुई दिख रही है I शहर मे रातो-रात प्रमुख मार्ग पर लगे पोस्टर्स ने मतदान से ठीक पहले शहर का राजनीतिक माहौल गरमा दिया है I आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी शिप्रा सैनी के पक्ष में लगाए गए चुनावी पोस्टर्स में, जनता से अपील के बहाने शहर में बहुचर्चित नीलम हत्याकांड, किट्टी घोटाला, वीर चन्द्रसिंह गढ़वाली योजना जैसे मामलो को उठाया गया है I साथ ही एक पार्टी विशेष का सम्बन्ध इन मामलो से जोड़कर जनता से बदलाव के नाम पर वोट देने कि अपील की गई है I
पोस्टर्स पर की गई अपील इस प्रकार है –
“बीजेपी का एक बहुत अच्छा नारा है “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ”, अतः अपनी बहन बेटियों के स्वाभिमान के लिए और विश्व प्रसिद्ध तीर्थ नगरी हरिद्वार पर कोई दाग न लग जाए इसलिए, वोट करने से पहले यह अवश्य विचार करें कि, हरिद्वार में घटित नीलम कांड और किट्टी घोटाला और वीर चंद्रसिंह गढ़वाली योजना में धनाढ्य लोगों द्वारा गरीब लोगों का हक मार कर लोन लेना और धनाढ्य लोगों द्वारा अपने आप को बेरोजगार दिखाकर रेलवे कैंटिनो के ठेके लेकर बेरोजगारों का हक मारना, इनमें कौन लोग शामिल थे ? क्योंकि उपरोक्त प्रकरणों से इन लोगों के चरित्र सोच और प्रवृत्ति का पता लगता है और जीतने के बाद यह लोग यही सब काम नगर निगम बोर्ड हरिद्वार में करेंगे और तीर्थ नगरी हरिद्वार की धार्मिक और सांस्कृतिक प्रतिष्ठा को धूमिल करेंगे I अंत में मेरा निवेदन यही है कि जब 75 वर्षों से विकास नहीं हुआ और लगातार भ्रष्टाचार हो रहा है तो 5 वर्ष और नहीं होगा तो उसे झेल लेंगे लेकिन अपनी बहन बेटियों के सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं करेंगे I हमारे पूर्वजों धर्मगुरुओं और शहीदों ने अपनी आन बान शान के लिए अपना राज्य अपना परिवार और अपनी जवानी लुटा दी तो फिर एक वोट क्या चीज है”
आज दिन भर जहां युवा मतदाता जानकारी के अभाव में दबी जुबान से इन मामलो की तश्तीफ करते दिखे, वही अलग-अलग पार्टी के समर्थक अपने-अपने प्रत्याशी के समर्थन में बहस करते दिखे I हरिद्वार नगर निगम के चुनाव का दिन प्रतिदिन बढ़ता रोमांच अब अपने चरम की और है, प्रत्याशी और समर्थको द्वारा अंतिम 3 दिन में सभी तरह के हथकंडे अपनाए जाएंगे, साम-दाम-दंड-भेद के अलावा शराब और नकद-नारायण हमेशा की तरह वोटर्स की मति भ्रष्ट करेंगे I
गौरतलब है कि उपरोक्त तीनो मामलो का नाम एक पार्टी विशेष से जोड़ा जाता रहा है I वीर चन्द्रसिंह गढ़वाली योजना में जहां तत्कालीन कैबिनेट मंत्री को हाई कोर्ट द्वारा नोटिस देकर जवाब तलब किया गया था वहीँ संगठन में दर्जाधारी एक स्थानीय युवा नेता को भी घोटाले की जांच में पक्षकार बनाया गया था I उक्त मामले में योजना के पात्र स्थानीय बेरोजगार निवासियों को योजना के अंतर्गत रोजगार हेतु लोन देने के स्थान देकर अधिकारियो एवं नेताओं की सांठ-गाँठ से शहर के स्थापित व्यापारियों एवं नेताओ द्वारा खुद को बेरोजगार बताते हुए योजना का लाभ लिया गया था I इसी प्रकार से किट्टी घोटाले में एक बड़े नेता के साथ-साथ एक मेयर प्रत्याशी के परिवार पर जनता की मेहनत की गाढ़ी कमाई के गबन के आरोपियों को संरक्षण देने के आरोप लगते रहे हैं I इसके अलावा 2007 के बहुचर्चित नीलम हत्याकांड के तार भी हरिद्वार के राजनीतिक रसूखदारों से ही जुड़े थे I
जहां एक तरफ कुछ लोगो का मानना है कि उपरोक्त मामले एक पार्टी विशेष की परेशानी बढाएँगे , वहीँ दूसरी और नाम नहीं छापने कि शर्त पर हरिद्वार की राजनीति को करीब से समझने वाले एक वरिष्ठ समाजसेवी ने बताया कि, हरिद्वार की राजनीति में विचारधारा, नैतिकता, प्रत्याशी की छवि, स्थानीय मुद्दों इत्यादि का विशेष प्रभाव नहीं पड़ता हैं, यहाँ का चुनाव कुछ अलग किस्म का होता है , आगे आगे देखिये होता है क्या !
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